संजय गुप्ता/ मुंबई
मुंबई:- बिना किसी सुराग के 9 साल के गुमसुदा “मुक बधिर” बच्चे को बरामद करने में कस्तूरबा पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी। 10 अप्रैल 2025 को कस्तूरबा पुलिस स्टेशन की हद में बोरीवली स्टेशन के पास से एक “मुक बधिर” 9 वर्ष के बच्चे का गुमशुदगी का मामला दर्ज किया गया। कस्तूरबा पुलिस ने 9 वर्ष के “मुक बधिर” बच्चे के मामले को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक जयराज रणवरे के आदेश पर टीम बनाकर पुलिस उप निरीक्षक जहूर इनामदार और महिला पुलिस सिपाही सुवर्णा कोदे ने तांत्रिक विश्लेषण और सूत्रों की मदद से मुक बधिर बच्चे की जानकारी इकट्ठा शुरू की।
कस्तूरबा पुलिस के पास कोई सुराग नही था। फिर भी कोई जानकारी नहीं होने के बावजूद कस्तूरबा पुलिस ने बोरीवली स्टेशन के आस पास लगे सीसीटीवी में 9 साल का बच्चा बोरीवली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म क्रमांक 1 से स्लो ट्रेन पड़कर चर्चगेट की तरफ जाता दिखाई दिया। कस्तूरबा पुलिस ने अंधेरी, बांद्रा स्टेशन के 100 से ज्यादा CCTV की जांच की। जिसमे “मुक बधिर” खार स्टेशन पर उतरता दिखाई दिया। बांद्रा पुलिस स्टेशन के पास अधिक जानकारी ली तो पता चला कि “मुक बधिर” बच्चे को बांद्रा पुलिस ने बाल सुधार समिति मानखुर्द भेजा गया है।
बांद्रा पुलिस से जानकारी लेकर कस्तूरबा पुलिस ने बाल सुधार समिति मानखुर्द से 9 साल के “मुक बधिर” बच्चे को सुखरूप से तावे में लेकर कोर्ट के सामने हाजिर किया गया। वहा से बच्चे को उनके मां-बाप को सुपुर्द कर दिया गया। इस गुमसुदगी की घटना को कस्तूरबा पुलिस ने प्राथमिकता देते हुए पुलिस उप निरीक्षक जहूर इनामदार और महिला पुलिस सिपाही सुवर्णा कोदे ने कड़ी मेहनत के साथ करीब 5 दिनों में बच्चों को सुखरूप से तावे में लिया गया।