मुंबई की दहिसर पुलिस स्टेशन की हद में सिर्फ ₹100 के लिए 8 साल से एक साथ एक थाली में खाने वाले एक दोस्त ने अपने दोस्त को मौत के घाट उतार दी और हत्या के बाद आरोपी खुद को पकड़े जाने की डर से दोस्त के बॉडी को कम्बल में लपेटकर जला दिया।
जिससे कोई सबूत ना मिला। इतना ही नही हत्या के बाद वह खुद पुलिस कंट्रोल को फोन करके दोस्त की जली डेड बॉडी मिलने की जानकारी भी दि। पुलिस उपायुक्त परिमंडल 12 सोमनाथ घार्गे ने बताया कि 5 फरवरी की रात को 12:00 बजे के करीब पुलिस कंट्रोल पर एक फोन आया कि दहिसर पूर्व के रमानी कंपाउंड के गैरेज में एक युवक की जली लाश मिली है।
घटनास्थल पर पहुंची दहिसर पुलिस ने बॉडी को लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जिससे जांच में हत्या होने की बात पता चली। दहिसर पुलिस ने जब इस मामले की जांच करना शुरू की तो पता चला कि पुलिस कंट्रोल में फोन करने वाला मृतक का दोस्ती उसका हत्यारा है।
दोनों दोस्त हत्या के पहले एक साथ बैठकर शराब पिए और फिर उसी दौरान ₹100 की लेनदेन को लेकर दोनों के बीच बहस हुई। झगड़ा हुआ फिर आरोपी ने एक पाइप की मदद से मृतक का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और हत्या के बाद खुद पुलिस को फोन कर बॉडी मिलने की जानकारी भी दे दी।
इतना ही नहीं हत्यारा दोस्त पुलिस के साथ रहकर इस केस में पुलिस का मदद भी कर रहा था। फिलहाल दहिसर पुलिस ने आरोपी परमेश्वर बाबूराव कोकाटे (28) गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी का नाम परमेश्वर बाबूराव कोकाटे जो टेंपो मालक है साथ ही टेंपो भी चलाता है।
मृतक का नाम राजू पाटील है, जिसकी उम्र 40 वर्ष है, मृतक गैरेज का काम करता था। पुलिस ने बताया कि आरोपी और मृतक दोनों करीब 8 साल से एक दूसरे को जानते थे। बहुत अच्छे दोस्त थे और अक्सर साथ में बैठकर शराब पिया करते थे, खाना भी खाया करते थे।लेकिन इन दोनों की दोस्ती ₹100 के लिए अचानक हत्या तक पहुंच गई।