लखनऊ के क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर महिला से ठगी। 2 आरोपियों को दहिसर पुलिस ने किया गिरफ्तार।

लखनऊ के क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर महिला से ठगी। 2 आरोपियों को दहिसर पुलिस ने किया गिरफ्तार।

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रामकुमार गुप्ता / मुंबई

मुंबई :- दहिसर पुलिस ने दो शातिर साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। जो फर्जी लखनऊ के क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर महिलाओं को टारगेट कर ठगी का शिकार बनाते थे। दहिसर पुलिस स्टेशन की हद में एक महिला को इन ठगों ने लखनऊ के क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर कॉल किया और बताया कि आपके नाम के रजिस्टर सिम कार्ड साइबर ठगी में इस्तेमाल हो रहा है। जिसकी वजह से आपके ऊपर एफ आई दर्ज हो सकता है।

जिसमे आपको गिरफ्तार किया जाएगा। जिसकी वजह से महिला डर गई और ठगों ने डर का फायदा उठाकर गिरफ्तारी से बचने के नाम पर 88 हजार 8 सौ 88 रुपये महिला के अकाउंट से UPI द्वारा ट्रांसफर करा लिए। पैसे ट्रांसफर करने के बाद महिला को लगा कि उसके साथ ठगी हुई है। जिसके बाद महिला ने तुरंत दहिसर पुलिस स्टेशन में जाकर मामला दर्ज कराया।

मामले की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अशोक होनमाने के आदेश पर दहिसर पुलिस स्टेशन के सहायक पुलिस निरीक्षक अंकुश दांडगे और पुलिस उप निरीक्षक श्रद्धा पाटिल ने बैंक के नोडल ऑफिसर से बात कर महिला के ट्रांसफर किये पैसों को फ्रिज कराया। बैंक से अधिक जांच करने पर पता चला कि इन ठगों ने कांदिवली के कर्नाटका बैंक में 10 अलग अलग लोगो के नाम अकाउंट खोल रखे है। जिसका इस्तेमाल साइबर फ़्रॉड में पैसे ट्रांसफर करने के लिए किया जा रहा है।

इन आरोपियों ने प्राइवेट कंपनी में जॉब दिलाने के नाम पर 10 से अधिक लोगो के बैंक में अकाउंट खोल रखे थे। अधिक जांच में दोनों आरोपियों को दहिसर पुलिस ने मीरा रोड से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों के नाम वरुण कुमार ओमप्रकाश तिवारी (24) और सचिन संगमलाल मिश्रा (32) हैं। जो मीरारोड के रहने वाले है और मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। इस ठगी की वारदात का मुख्य आरोपी अभी भी फरार है। जिसकी तलाश दहिसर पुलिस कर रही है।

NCCRP पोर्टल से जांच में पता चला कि इन 10 बैंक एकाउंट में ठगी से कई ट्रांजेक्शन हुवे है। जिससे NCCRP पोर्टल पर 63 मामले दर्ज है। इन आरोपियों ने पूरे देश में अलग-अलग राज्यों में ऐसे ही लखनऊ के क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर सैकड़ो वारदातों को अंजाम दिया है। अब तक इन आरोपियों की 63 केसों में सम्मिलित होने का मामला सामने आया है। इन आरोपियों के पास मोबाइल और कई प्रकार के दस्तावेज बरामद हुए हैं। जो ठगी की वारदात में इस्तेमाल हुआ है। जिसकी जांच दहिसर पुलिस कर रही है। साथ ही दहिसर पुलिस इन आरोपियों से यह जांच कर रही है कि इनके ठगी गैंग में और कितने लोग शामिल हैं।

यह कार्यवाही रहा अभिषेक त्रिमुखे अतिरिक्त पुलिस आयुक्त उत्तर प्रादेशिक विभाग, स्मिता पाटिल पुलिस उपायुक्त परिमंडल 12, किशोर खैरनार सहायक पुलिस आयुक्त दहिसर डिवीजन के मार्गदर्शन में अशोक होनमाने वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दहिसर पुलिस स्टेशन की देखरेख में जांच अधिकारी सहायक पुलिस निरीक्षक अंकुश दांडगे, पुलिस उपनिरीक्षक श्रद्धा पाटिल, श्रीकांत देशपांडे, नितिन चौहान द्वारा किया गया है।

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