रिपोर्ट- मयूर निकाळे
मुंबई:- राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के हिंदी भाषी विभाग के मुंबई अध्यक्ष मनीष दुबे ने पार्टी अध्यक्ष जयंत पाटील को पत्र लिखकर फेरी वालों की समस्याओं का निराकरण करने की अपील की है। जयंत पाटील को लिखे पत्र में मनीष दुबे ने कहा है कि मुंबई में लगभग 5 से 10 लाख लोग फेरी के कारोबार में लगे हुए हैं। उनके सहायकों और आपूर्तिकर्ताओं को मिलाकर यह संख्या दस लाख है। इसलिए यहां के 20 लाख परिवार फेरी व्यवसाय पर निर्भर हैं। इसके साथ ही फेरी व्यवसाय से किसान, मजदूर, कुली, ट्रांसपोर्टर भी लाभान्वित हो रहे हैं। फेरीवाले गर्मी, सर्दी और बारिश में खुले आसमान के नीचे काम करते हैं और कड़ी मेहनत करके अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। पेडलर्स वे हैं जो मुंबई को चाहिए। वे महंगाई से राहत देते हैं और कारीगरों को रोजगार देने में मदद करते हैं।
केंद्र सरकार ने फेरीवालों के फायदे के लिए कानून बनाया था। लेकिन महाराष्ट्र सरकार उस कानून को लागू नहीं कर रही है। जिससे फेरीवालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। फेरीवालों को राहत देने के लिए पीएम मोदी की सरकार ने भी मदद का हाथ बढ़ाया और सभी फेरीवालों को कर्ज दिया। लेकिन पिछले दो महीने से मुंबई महानगर पालिका और पुलिस कर्मी फेरीवालों को कारोबार नहीं करने दे रहे हैं। अतः विनम्र निवेदन है कि हम अपने स्तर पर प्रयास करें कि केंद्र व महाराष्ट्र सरकार के माध्यम से फेरीवालों की समस्या का समाधान हो। निवेदन देते समय राखी ताई, मिलिंद कांबले, सुनील शिंदे, अमोल मतीले, असलम शेख, तोहीन उपस्तित थे।