मुंबई के दहिसर पुलिस स्टेशन की हद में हुई मनीष पटेल नामक दवा व्यवसाई की हत्या में मामले में पुलिस ने 2 आरोपियो को बिहार और काशीमीरा से गिरफ़्तार किया है। पकड़े गए आरोपी का नाम ने मोहम्मद मकसूद शेख (19)और राहुल शर्मा (20) है। जो होटल के सुरक्षा गार्ड का काम करते थे।
दोनो ने करोड़ो की लूट के इरादे से हत्या को अंजाम दिया था। लेकिन इनके हाथ चंद रुपयों के सिक्के ही लगे।
ग़ौरतलब है कि दहिसर पुलिस को शनिवार शाम ओंमकार अपार्टमेंट में दवा व्यवसाई मनीष बाबू भाई पटेल (41) की डिकॉम्पोज बॉडी मिली थी। जिस कमरे में मनीष पड़ा मिला उसका दरवाजा अंदर से बंद था। बॉडी के पोस्टमार्टम से हत्या होने की जानकारी मिली थी। हत्या की गुत्थी को सुलझाने के लिए दहिसर पुलिस ने मोबाइल लोकेशन और सीसीटीवी फुटेज की मदद से महज 48 घंटे में शातिर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबित मृतक मनीष पटेल गुजरात में फार्मासिस्ट था और 40 दिन पहले ही दहिसर में फ्लैट किराए पर लिया था। लेकिन फ़्लैट किराए से लेने से पहले मृतक मनीष पटेल बोरीवली के एक होटल में 4 दिन के लिए ठहरा था। मनीष जिस होटल में ठहरा था वहां के सिक्योरिटी गार्ड से मनीष की दोस्ती हो गई थी। हत्यारे ने बताया कि मनीष होटल में ऐसे रहते थे जैसे कोई बहुत बड़ा अमीर बिजनेसमैन रहता हो।
मनीष अक्सर अपने पॉकेट में रुपये बाहर रखता था। मनीष सोने की मोटी चैन और ब्रेसलेट पहनता था। इसके अलावा मनीष वहां काम करने वाले सिक्योरिटी गार्ड के साथ अपने कमरे में शराब भी पिता था। सिक्योरिटी गार्ड ने मनीष को लूटने के इरादे से दोस्ती बढ़ाई और मनीष जब दहिसर में भाड़े से फ़्लैट लिया उस समय भी उन दोनों का वहां भी शराब की पार्टी हुआ करती थी।
27 अक्टूबर को जब दवा व्यवसाई मनीष दहिसर के अपने फ्लैट में शराब की पार्टी रखा था। उस समय दोनो सिक्योरिटी गार्ड राहुल शर्मा और मुहम्मद मकसूद शेख ने शराब पी रखी थी। शराब के ज्यादा नशे होने के बाद जब मनीष मदहोश हो गया तो राहुल और मकसूद ने मिलकर उसकी धारदार कैची से उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद घर मे रखे सोने के ब्रेसलेट और कुछ रुपये लेकर दोनो फरार हो गए।
पुलिस ने जांच में पाया कि यह दोनो आरोपी मनीष को बड़ा अमीर व्यवसाई जानकर उसके पास रखे करोड़ो लूटना चाहते थे लेकिन उनके हाथ कुछ खास नही लगा।
पुलिस ने कहा कि उन्हें हत्या स्थल पर एक बैग मिला है, जिससे डिटेक्शन अधिकारी ओम टोटावार और उनकी टीम ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में दोनों आरोपी उस बैग को ले जाते हुए दिखा था। इसी बैग के क्लू के आधार पर पुलिस ने आरोपियों पीछा किया और उन्हें बिहार से गिरफ्तार कर लिया।