मुंबई:- पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडेय के कार्यकाल में जारी एक आदेश लोगों के लिए जहां परेशानी का सबब बन गया है। वहीं ट्रैफिक पुलिस के लिए कमाई का जरिया बन गया है। अभी तक दुपहिया वाहन (बाइक) चालकों के लिए ही ड्राइविंग करते समय हेलमेट पहनने की अनिवार्यता थी, लेकिन पांडेय ने आदेश जारी कर बाइक पर पीछे बैठने वालों के लिए भी हेलमेट पहनना जरूरी कर दिए जाने से आम लोगों के सामने किसी को लिफ्ट देना या लेना मुसीबत भरा हो गया है। क्योंकि यदि पीछे बैठे व्यक्ति ने हेलमेट नहीं पहना है तो जुर्माना बाइक चालक पर लगता है। इसमें ट्रैफिक पुलिस को अनावश्यक रूप से लोगों को परेशान करने तथा उसकी आड़ में वसूली करने का हथियार मिल गया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुंबई हिंदी भाषी सेल अध्यक्ष मनीष दुबे ने मुंबई पुलिस के इस तुगलकी फरमान को रद्द कर आम जनता को राहत देने के लिए मुंबई पुलिस आयुक्त विवेक फणसलकर को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में कहा है कि कुछ महीने पहले बाइक पर डबल हेलमेट पहनने के कानून को पुलिस आयुक्त द्वारा लागू किया गया था। इसकी आड़ में पुलिस और परिवहन पुलिस द्वारा मुंबईकरों से भारी मात्रा में जुर्माना वसूला गया। इस कानून के चलते मुंबई की सड़कों पर नागरिकों को काफी परेशानी हो रही है। इसलिए मुंबईकरों की सुविधा के लिए इस अधिनियम को तुरंत निरस्त करना चाहिए।